Tuesday, June 1, 2010

मेरे हिस्से में माँ आई

वो बड़ा था उसके हिस्से में कोठियां आई
जो मंझला था उसके हिस्से में दुकाँ आई।
मै छोटा था पढ़ता खेलता कूदता था
मेरे हिस्से में मुझे पालती मेरी माँ आई।
बहुत खराब है माहोल इस दौर का
बिगड़ते वक़्त में न दौलत काम यहाँ आई।
बड़े से बड़ा हादसा होते होते टल गया
मुझे बचाने में सदा काम दुआएं माँ आई।

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