Monday, February 14, 2011

वसंत वेलेंटाईन डे के बाद फागुन आना दस्तूर है
आई लव यू आई लव यू का बिखरा हुआ नूर है।
रंग बिरंगे पुते मुंह में गुलाल सनी उँगलियों से
रंगीन दही बड़े गूंझिया मीठी खाना भी दस्तूर है।
होली में हंगामा करना भंग पीकर के मचलना
इसको छेड़ा उसको पकड़ा तंग करना भी जरूर है।
मस्ती गली गली में पसरी खुमारी चहूँ ओर है।
पिया के संग करती गोरी मस्त मलंग भरपूर है।
बाबा उसके देवर बन गये छाया उस पे सरूर है
सास को भी मैंने देवरानी आज कहना जरूर है।
हंसते गाते धूम मचाते ढोल ओर नगाड़े बजाते
बुरा न मनो होली है सबका कहना ये दस्तूर है।
कोई हमें दीवाना कहे या कहे फिर मस्ताना
होली के रंग में डूबे हुए हमको सब मंजूर है।

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