Tuesday, January 24, 2012


दोस्तों ,
मेरी गजलों की एक ऑडियो अल्बम * अनजाने हो गये * सोनिक enterprises, दिल्ली
द्वारा आल इंडिया रिलीज़ की गई है। इस ऑडियो अल्बम में आठ ग़ज़लें --
पहचानते नहीं सभी अनजाने हो गये ..... मैखाने में कभी आकर तो देखिये .......
पैगाम लेके जो वादे- सबा गई........ हर अदा में कमाल था कोई .......उन्हें दुश्मनों
की बगावत ने मारा ......उल्फत के दौर की वो हर एक बात याद है.......झुकी तो ह्या
हो गई ,उठी तो दुआ हो गई .......राज़ कुछ ऐसा है दिल में छिपाए न बने , हैं।
जिनको दीपा चौहान , सरफराज साबरी , अनीस साबरी , लोकेश शुक्ल ,सन्न्वर अली ,

और हिना खान ने अपनी खुबसूरत आवाज़ से संवारा है।


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